भाईसाब, आप सब जानते हैं कि इस दुनिया में दो चीजें बड़ी मुश्किल से मिलती हैं—सबर और उसके फल का स्वाद। लेकिन इस तस्वीर में हमारा प्यारा, मासूम और थोड़ा नाराज बिल्ली मियां तो अलग ही कहानी सुना रहे हैं। कहते हैं, “सबर का फल मीठा होता है,” पर ये बिल्ली तो सीधे-सीधे ऐलान कर रही है कि उसका “सबर का फल” चोरी हो गया है!
बिल्ली मियां की कहानी
तो जनाब, ऐसा लगता है कि इस बिल्ली ने काफी वक्त तक अपनी “ऐप्पल साइडर” की बोतलों के साथ अपनी उम्मीदें बांध रखी थीं। लेकिन जब फल मिलने का समय आया, तो नतीजा क्या निकला? चोरी! अब यह ठेठ गुस्से में अपने पंजों को झुलाते हुए सोच रही है, “यह मेरे साथ ही क्यों हुआ?”
कैसे चोरी हुई?
जैसा कि तस्वीर से साफ दिख रहा है, इस महान बिल्ली ने अपनी साइडर के पास इतनी देर बैठकर पहरा दिया कि आखिरकार नींद ने उसे पकड़ लिया। और वहीं, मौका पाकर कोई उसका “सबर का फल” ले उड़ा।
संदेशवाहक की नाराजगी
“बात को समझो भाई,”—यह वाक्य सीधे हमारे दिलों तक पहुंचता है। जैसे यह कहना चाह रहा हो कि:
- जब तक सब्र करते हो, चौकसी भी जरूरी है।
- दुनिया भरोसेमंद नहीं है।
- फल मीठा हो या खट्टा, लेकिन फल का मिलना जरूरी है।
सबक क्या है?
- सबर से काम लो, लेकिन ज्यादा मत भरोसा करो।
अगर आपके पास कोई महत्वपूर्ण चीज है, तो उसे संभालकर रखें। - नींद से सतर्क रहो।
गहरी नींद में अक्सर सबसे बड़ा नुकसान होता है। - हास्यबोध बनाए रखें।
बिल्ली की तरह नाराज मत हो, बल्कि हर घटना में थोड़ा हंसने का मौका तलाशें।
तो भाई, अगली बार जब कोई आपसे कहे, “सबर का फल मीठा होता है,” तो उन्हें इस बिल्ली की कहानी सुनाकर बताइएगा कि वो फल मीठा हो या खट्टा, अगर चोरी हो गया तो किस काम का?