अपूर्वा मखीजा को आईफा प्रमोटरों की सूची से हटाया गया

सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर और कंटेंट क्रिएटर अपूर्वा मखीजा को आईफा (IIFA) प्रमोटरों की आधिकारिक सूची से बाहर कर दिया गया है। यह फैसला उनके हाल ही में हुए विवाद के चलते लिया गया है, जिसमें उन्होंने एक शो के दौरान आपत्तिजनक बयान दिए थे।

क्या है पूरा मामला?

अपूर्वा मखीजा, जिन्हें ‘रेबल किड’ के नाम से भी जाना जाता है, सोशल मीडिया पर अपने ह्यूमर और कंट्रोवर्शियल कंटेंट के लिए प्रसिद्ध हैं। हाल ही में, वे ‘इंडियाज गॉट लैटेंट’ नामक एक शो में शामिल हुई थीं, जहां उनके साथ यूट्यूबर रणवीर अल्लाहबादिया और आशीष चंचलानी भी मौजूद थे। इस शो के दौरान की गई कुछ टिप्पणियां दर्शकों को आपत्तिजनक लगीं, जिसके कारण उन पर विवाद खड़ा हो गया।

इस विवाद के चलते राजपूत करणी सेना सहित विभिन्न संगठनों ने उनके खिलाफ प्रदर्शन किया और मांग की कि उन्हें किसी भी बड़े मंच से न जोड़ा जाए। इतना ही नहीं, राजस्थान के कोटा जिले में उनके खिलाफ कानूनी शिकायत भी दर्ज की गई।

आईफा 2025 से हटाया गया नाम

आईफा 2025 का आयोजन 8-9 मार्च को जयपुर में होने वाला है। अपूर्वा मखीजा का नाम पहले आईफा प्रमोटरों की सूची में शामिल था, लेकिन विवाद बढ़ने के बाद आयोजकों ने उनका नाम सूची से हटा दिया। यह निर्णय आईफा के ब्रांड इमेज को सुरक्षित रखने और दर्शकों की भावनाओं का सम्मान करने के उद्देश्य से लिया गया।

अपूर्वा की प्रतिक्रिया

विवाद बढ़ने के बाद, अपूर्वा मखीजा ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सार्वजनिक रूप से माफी जारी की। उन्होंने कहा कि उनका इरादा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था और भविष्य में वे अपने शब्दों को लेकर अधिक सतर्क रहेंगी।

सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया

इस पूरे विवाद पर सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली। कुछ लोग अपूर्वा के समर्थन में आए और इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता से जोड़कर देखा, जबकि अन्य लोगों ने उनके बयानों को अनुचित और आपत्तिजनक करार दिया।

निष्कर्ष

अपूर्वा मखीजा का आईफा प्रमोटरों की सूची से हटना यह दर्शाता है कि सार्वजनिक मंचों पर दिए गए बयानों का व्यापक प्रभाव पड़ता है। यह घटना उन सभी सोशल मीडिया क्रिएटर्स के लिए एक सीख हो सकती है कि किसी भी विषय पर बोलने से पहले उसके प्रभावों पर विचार करना आवश्यक है।

क्या आप इस मामले में अपूर्वा मखीजा के समर्थन में हैं, या आपको लगता है कि आयोजकों ने सही निर्णय लिया? अपनी राय हमें कमेंट सेक्शन में बताएं!

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *